संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया
संसदीय सचिव व जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन ने भानुप्रतापपुर के विधायक तथा विधान सभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अपने शोक संदेश में श्री जैन ने कहा कि- मंडावी वरिष्ठ आदिवासी नेता थे।हमारे व्यक्तिगत संबंध पिछले 40वर्षों से थे। उनसे छात्र राजनीति के दौरान से ही नियमित बातचीत होते रहते थी। समय के साथ वे नवगठित छत्तीसगढ़ के गृह राज्यमंत्री और विधानसभा के उपाध्यक्ष सहित अनेक महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया और प्रदेश की सेवा की। वे वर्ष 1998 में अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के तथा वर्ष 2013 और 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। मंडावी छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष भी रहे।
श्री जैन ने कहा वे अत्यंत सरल,सहज एवं मृदुभाषी थे।उनके निधन से प्रदेश ने एक अनुभवी राजनेता को खो दिया है।विधान सभा उपाध्यक्ष के रूप में सदन के संचालन में उनकी भूमिका सदैव यादगार रहेगी।उन्होंने कहा कि -मनोज सिंह मंडावी आदिवासी समाज के बड़े नेता थे। वे आदिवासियों की समस्याओं को विधानसभा में प्रभावशाली ढंग से रखते थे। मंडावी आदिवासी समाज की उन्नति और अपने क्षेत्र के विकास के लिए सदैव प्रयासरत रहे।प्रदेश के विकास में उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा। उनका निधन हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है।
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