लामनी पाइन्स को धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाए इंद्रावती बचाओ अभियान ने सौपा ज्ञापन
इंद्रावती बचाओ अभियान एवं ग्राम पंचायत के सदस्यों ने मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद को सौपा ज्ञापन
लामनी में 1980 के दशक में लगाये पाइंस (Pinus Caribea) स्पीसिस की कटाई की जा रही है , जिसे रोकना निम्नलिखित वजहों से अति महत्वपूर्ण है
1. यह स्पीशीज बस्तर के अंतर्गत एक जैवविविधता का महत्वपूर्ण सूचक है जो 40 वर्ष की अवधि पूर्ण कर चुका है अतः लामनी स्थित इसके होने से बस्तर के लिए विशेष महत्व है क्योंकि लामनी पार्क की प्राकृतिक सौंदर्य भी इस प्रजाति पर निहित है ।
2 . पाइन्स के स्पीशीज में मृदा को बांध के रखने के अच्छी क्षमता होती है अतः सॉइल मृदा अपरदन रोकने भी महत्वपूर्ण सूचक है।
3. कैरेबियन पाइन्स में कार्बन ग्रहण करने की क्षमता भी ज़्यादा है अतः यह उस स्थान (लामनी) तथा आसपास के सूक्ष्म माइक्रो क्लाइमेट को भी व्यस्थित किए हुए है । जिसके काटते है कई किलोग्राम कार्बन डीई ऑक्साइड का वापस वातावरण में अवशोषित हो जाएगा। ( संलंग्न रिसर्च पेपर )
4. फ़ास्ट ग्रोइंग होने के साथ पाइन्स की अवसत आयु भी 100- 600 साल मानक है , जिसका मीन एनुअल इन्क्रीमेंट लगभग 21-40 m³ ha¹ year है। यह केवल बस्तर में 40 साल की अवधि पूर्ण कर चुके है । जबकि दुनिया का सबसे पुराना पाइन्स स्पीशीज 4500 वर्ष पुराना है।
5. भविष्य में वानिकी विषय छात्रों के रिसर्च हेतु भी यह पाइन्स अति महत्वपूर्ण है क्योंकि मुख्यता पाइन्स की स्पीशिस हाई एलिवेशन वाले स्थानो पर पाई जाती है। पर बस्तर में यह सफलता पूर्वक 40 वर्षो से अपना अस्तित्व बनाए हुए है।
6. रिक्रिएशन और एस्थेटिक फॉरेस्ट्री के अंतर्गत यह सभी स्पीशीज का महत्वपूर्ण स्थान है जो कि शहर के सौंदर्यीकरण में पिछले कई सालों से विशेष महत्व रखती है । इसका द्वारा निकल गया टेरपेंटिनी आयल भी हवा को खुशबू प्रदान करता है और पॉलिनाशन में भी सहायक है ।मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद जी द्वारा बचे हुए लामनी के पाइन्स जंगल को रोक लगाने हेतु आश्वासन दिया गया ,आज के ज्ञापन देने में
जनपद सदस्य जगदलपुर घेनवाराम, सरपंच चंपा नाग अशोक नाग राजू पटेल अशोक कश्यप इंद्रावती बचाओ अभियान से किशोर पारख संपत झा ,अप्रतिम झा आशुतोष तिवारी नरेश नसानी महेंद्र मेहरा सहित अन्य सदस्य गण उपस्थित रहे
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