शास्त्र आधारित भक्ति से होगा जीवन में सुधारः संत रामपाल जी महाराज
बस्तर , (छग) | 24 नवंबर 2024 को बस्तर जिले के जगदलपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत आड़ावल सामुदायिक भवन में संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा एक विशाल सत्संग का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। इस आयोजन का उद्देश्य मानव जीवन के सच्चे लक्ष्य, सच्ची भक्ति का महत्व और समाज में व्याप्त कुप्रथाओं को समाप्त करने हेतु जागरूकता फैलाना था।
संत रामपाल जी महाराज ने अपने प्रवचनों में बताया कि मनुष्य जीवन का असली उद्देश्य जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति प्राप्त करना है। उन्होंने कहा कि सिर्फ परिवार और सांसारिक जिम्मेदारियों तक सीमित रहना पर्याप्त नहीं है, बल्कि सच्ची भक्ति करना जरूरी है। गीता के अध्याय 9, श्लोक 25 मे श्राद्ध एवं पितर पूजा मना किया हुआ है। और गीता अध्याय 16, का श्लोक 23 - 24 का हवाला देते हुए उन्होंने समझाया कि शास्त्र विधि के अनुसार भक्ति करने से ही मोक्ष और सुख संभव हैं।
संत जी ने सत्संग के माध्यम से
नशाखोरी, दहेज प्रथा और भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों से बचने का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि पूर्ण गुरु से नाम दीक्षा लेकर शास्त्र अनुसार भक्ति करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक उन्नति और जीवन में शांति मिलती है। सत्संग से प्रेरित होकर कई श्रद्धालुओं ने इस मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
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